सीखें साफ-सफाई से रहना
साफ-सुथरा व्यक्ति हो या साफ-सुथरा परिवेश, किसे अच्छा नहीं लगता। सभी सफाई पसंद करते हैं। परंतु खेद है कि सभी सफाई से रह नहीं पाते। कुछ आलस्यवश और कुछ अज्ञानतावश सफाई के महत्व को नजरअंदाज कर जाते हैं। परिणाम के रूप में कभी हम जाते हैं तो कभी उपेक्षा के शिकार होते हैं।
प्रायः लोग जितना अपने कपड़ों की चमक-दमक पर ध्यान देते हैं उतना अपने शरीर की सफाई पर ध्यान नहीं देते और जितना अपने शरीर की सफाई पर ध्यान देते हैं उतना अपने घर की साफ-सफाई पर नहीं देते। घर का कचरा सड़क पर फैंक देने, कहीं भी थूक देने या कागज के टुकड़े यहां-वहां फैंकने को हम बुराई नहीं समझते। - ये बुराइयां जब आदत में शुमार हो जाती हैं और सामाजिक जीवन का अंग बन जाती हैं तो वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, स्थल प्रदूषण आदि के रूप में सामने आती हैं जो कि हमारे जीवन और हमारे पर्यावरण के लिए विनाशकारी साबित होती हैं। स्वच्छता की अनदेखी, बढ़ती आबादी और प्राकृतिक संसाधनों के निर्मम दोहन से अव्यवस्था, गंदी बस्तियां और प्रदूषण बढ़ते जा रहे हैं। साफ-सफाई से कैसे रहें, हम आपको इसके कुछेक खास नुस्खे दे रहे हैं : > प्रतिदिन सूरज उगने से पहले सोकर उठ जाएं। सूर्योदय से पूर्व नित्यक्रिया से निपट जाएंगे तो पेट साफ और शरीर निरोग रहेगा। > प्राय: सभी लोग सुबह मुंह-हाथ, जीभदांत साफ करते हैं। पर यह नियम हर बार खाने के बाद मुंह-दांत साफ करने तक कर दिया जाए तो न तो आपके दांत खराब होंगे और न मुंह से बदबू आएगी। > शरीर की सफाई के लिए प्रतिदिन नहाना जरूरी है। आप प्रतिदिन ठंडे पानी से अच्छे से नहाएं। ठंड के दिनों में गुनगुने पानी से नहाया जा सकता है। सुविधा हो तो गर्मी में एक से अधिक बार नहाना अच्छा है। > आप महीने में एक बार अपने बाल जरूर कटवाएं, सुधरवाएं या छंटवा लिया करें। महिलाएं अपने बालों के लिए अच्छे शैंपू का ही इस्तेमाल करें। > नाखूनों में मैल भर जाना एक आम शिकायत है इसलिए प्रति सप्ताह अपने बड़े नाखून काट लिया करें। बहनें अपने बड़े हुए नाखून नहीं काटना चाहें तो कम से कम प्रतिदिन उन्हें साफ जरूर कर लिया करें। पैरों के नाखून पर कम ध्यान दिया जाता है। पैरों के बड़े नाखून भी प्रति सप्ताह काट लिया करें तो पैरों की गंदगी से मुक्ति मिलेगी। अपने कंधे, मोजे और जूते-चप्पल प्रतिदिन नियमित रूप से साफ करें। > आप शाकाहारी हो या मांसाहारी, जो भी भोजन करते हों पर ध्यान रखें कि भोजन ताजा और साफ हो। बासी सब्जी और पुराना मांस दोनों हानिकारक है। खाने-पीने की सामग्री हमेशा ढक कर रखें। खाद्य पदार्थों को मक्खियों से बचाएं। मक्खियां गंदगी छोड़ती और बीमारी फैलाती हैं। > लोग अक्सर अपने शरीर की बदबू छिपाने के लिए या बतौर फैशन परफ्यूम का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। यह अच्छा नहीं है।। पसीने की बदबू से बचने में परफ्यूम हमारी मदद जरूर करता है पर जो लोग पसीने को बीमारी । की तरह लेते हैं इन्हें इस गलतफहमी से बचना चाहिए। > कपड़ों से आपके व्यक्तित्व की पहचान होती है। आप भड़कीले कपड़ों की जगह आंखों को सुकून देने वाले कपड़ों को प्राथमिकता दें। आप कपड़े जब भी पहनें, साफ धुले हुए ही पहनें। गंदे कपड़े पहनने से व्यक्ति में हीनभावना जन्म लेती है। ___ घर की साफ-सफाई रखना अकेली गृहिणी या किसी एक व्यक्ति का कर्त्तव्य नहीं है। घर के सभी सदस्य सफाई कार्य में थोड़ाथोड़ा हाथ बंटाएंगे तो घर हमेशा चमचमाता साफ रहेगा। लोग घर, कार्यालय या कारखाने की सफाई करने में अपने को छोटा महसूस करते हैं, जबकि सफाई करने वाला गंदगी फैलाने वाले से सदैव बेहतर व्यक्ति होता है। हम यदि अपना घर परिवेश साफ रखेंगे तो एक उत्साहजनक वातावरण बनेगा।