कैसे बने जी.एस.टी. प्रैक्टिशनर

 


जी.एस.टी. को प्रभावी ढंग से लागू करने एवं जी.एस.टी. के रिटर्न फाइल करने के लिए जी.एस.टी. प्रैक्टिशनर का आवश्यकता बढ़ती जा रही है। वस्तु एवं सेवा कर से संबंधित अधिवक्ताओ एवं चार्टर्ड अकाउंटेंट की संख्या जी.एस.टी. के तेजी से बढ़ते आकार को देखते हुए अपर्याप्त साबित हो रही है तो वहीं मध्यम एवं लघु व्यापारी हैं, जिनके लिए चार्टर्ड अकाऊंटैंट की महंगी फीस देना मुश्किल है उनके लिए जी.एस.टी. प्रैक्टिशनर एक अच्छा विकल्प है।


देना मुश्किल है उनके स्वतंत्रता के बाद से जी.एस.टी. सबसे बड़े कर सुधार के रूप में वर्तमान आवश्यकताओं को देखते हुए लागू किया गया था। जी.एस.टी. ने अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कीहै वहीं रोजगार के नए अवसर भी प्रदान किए हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए वस्तु एवं सेवा कर में जी.एस.टी. प्रैक्टिशनों का प्रावधान किया गया है। जी.एस.टी. को प्रभावी ढंग से लागू करने एवं जी.एस.टी. के रिटर्न फाइल करने के लिए जी.एस.टी. प्रैक्टिशनर की आवश्यकता बढ़ती जा रही है। वस्तु एवं सेवा कर से संबंधित अधिवक्ताओं एवं चार्टर्ड अकाऊंटैंट की संख्या जी.एस.टी. के तेजी से बढ़ते आकार को देखते हुए अपर्याप्त साबित हो रही है तो वहीं मध्यम एवं लघु व्यापारी हैं, जिनके लिए चार्टर्ड अकाऊंटैंट की महंगी फीस देना मुश्किल है उनके लिए जी.एस.टी. प्रैक्टिशनर । एक अच्छा विकल्प है।। जी.एस.टी. प्रैक्टिशनर एक ऐसा व्यक्ति होता है जो रिटर्न फाइल करने जैसे अनेक कार्यों को करने के लिए भारत सरकार से अनुमोदित एवं कर प्रदाता द्वारा कर भरने के लिए अधिकृत किया गया है। भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों पर खरा उतरने वाला व्यक्ति जी.एस.टी. प्रैक्टिशनर बनने के लिए आवेदन करता है और भारत सरकार के संबंधित विभागों द्वारा इसका आवेदन स्वीकृत कर लिए जाने के बाद उसका प्रमाण-पत्र एवं प्रशिक्षण दिया जाता है उसके बाद वह व्यक्ति किसी अन्य करदाता की ओर से टैक्स संबंधी कार्यों के लिए करदाता द्वारा अधिकृत किया जा सकता है।


जी.एस.टी. प्रैक्टिशनर करदाता की तरफ से निम्नलिखित कार्य करता है


ब्राह्य आपूर्ति (आऊटवर्ड सप्लाई) एवं आवक आपूर्ति (इनवर्ड सप्लाई) का ब्यौरा देना, मासिक तथा मासिक रिटर्न टन दाखिल करना, वार्षिक या अंतिम रिटर्न दाखिल करना, रिफंड के लिए आवेदन करना, जी.एस.टी. पंजीकरण के संशोधन के लिए आवेदन फाइल करना, जी.एस.टी. पंजीकरण रद्द करने जैसे कई कार्य जी.एस.टी. प्रैक्टिशनर को करने होते हैं।


शैक्षणिक एवं सामान्य योग्यता


कोई भी व्यक्ति जो भारत सरकार द्वारा निर्धारित शैक्षणिक एवं सामान्य मानदंडों पर खरा उतरता हो, वह व्यक्ति जी.एस.टी. प्रैक्टिशनर बनने के लिए आवेदन कर सकता है। उसके लिए आवश्यक योग्यता इस प्रकार है। व्यक्ति आवश्यक रूप से भारत का नागरिक हो, व्यक्ति का साऊंड माइंड होना आवश्यक है (साऊंड माइंड से तात्पर्य सोचने एवं कारणों का विश्लेषण करने एवं समझने की क्षमता से है), व्यक्ति दिवालिया न हो, किसी भी कोर्ट द्वारा किसी अपराध के लिए दोषी न ठहराया गया हो।


अनुभव संबंधी योग्यता


कोई भी व्यक्ति जिसने वाणिज्य, कानून या बैकिंग में स्नातक या स्नातक की डिग्री किसी कानूनी रूप से स्थापित यूनिवर्सिटी से हासिल की हो। इसमें ऑडिटिंग एम.बी.ए., बिजनैस मैनेजमैंट को भी सम्मिलित किया गया है। वह व्यक्ति जिसने इस प्रयोजन हेत सरकार द्वारा अधिसूचित कोई परीक्षा उत्तीर्ण की हो। वह व्यक्ति जिसने किसी भारतीय विश्वविद्यालय से स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण की हो तथा निम्नलिखित परीक्षा उत्तीर्ण का हो। भारत के चार्टर्ड अकाऊंटैंट्स द्वारा आयोजित अंतिम परीक्षा उत्तीर्ण की हो। भारत की लागत लेखा संस्था के अंतिम परीक्षा उत्ताण की हो। भारत की कम्पनी सचिवों (सी.एस.) की संस्थान की अंतिम परीक्षा उत्तीर्ण की हो। उपर्युक्त योग्यता वाला कोई भी व्यक्ति जी.एस.टी. के आधिकारिक पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करके जी.एस.टी. प्रैक्टिशनर बन सकता है।