साइरस मिस्त्री टाटा के चेयरमैन बनने के इच्छुक नहीं'
सायरस मिस्त्री का दोबारा टाटा संस कै वैयरमैन बनने का मन नहीं है। सत्रों के हवाले आज यह जानकारी मिली है।टाटा संस के बोर्ड ने 2016 में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटा दिया था। इस मामले में नैशनल कम्पनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) ने 18 दिसम्बर को मिस्त्री के पक्ष में फैसला देते हए उनकी फिर से बहाली के आदेश दिए थे। अपीलेट ट्रिब्यूनल ने टाटा संस को पब्लिक मे प्राइवट कम्पना बनाने का फैसला पलटने के आदेश भी दिए हैं। टाटा संस को अपील के लिए 4 हफ्ते का वक्त मिला है। पिछले साल नैशनल कम्पनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) ने टाटा संस के पक्ष में फैसला देते हुए मिस्त्री की दलीलें खारिज की थीं। मिस्त्री ने फैसले को अपीलेट ट्रिब्यूनल में चुनौती दी थी। टाटा संस-मिस्त्री मामले में सोमवार को नया मोड़ आया। रजिस्ट्रार ऑफकम्पनीज ने एनसीएलएटी ऑफकम्पनीज के फैसले से गैर-काननी (इलीगल) शब्द हटाने की अपील की थी। टिल्यनल ने टाटा संस को पब्लिक प्राइवेट कम्पनी में बदलने के लिए आरओसी की मंजरी के फैसले को गैर-कानूनी बताया था।