'सदमा और उससे उबरने की कहानी है छपाक'

निर्देशक मेघना गुलजार ने कहा कि उन्होंने 'छपाक' को पूरी संवेदनशीलता और कलात्मक तरीके से बनाया है। इस फिल्म की कहानी तेजाब पीड़िता और सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर आधारित दर्दभरी दास्तान पर है। मेघना इस कहानी को सदमा - और जीत की कहानी बताती हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें यह दिखाने में सावधानी बरतनी थी कि तेजाब किसी पीड़ि त के चेहरे को कितना नुकसान पहुंचाता है और इस दौरान दर्शकों का ध्यान भी पीड़िता की कहानी पर बांधे रखना था। निर्देशक ने कहा, 'तेजाब हमले के बारे में एक आम धारणा है कि जब हमला होता है तो उसी दौरान त्वचा गल जाती है और गिर जाती है। जबकि ऐसा नहीं होता है। यह एक गर्म पानी से जलने जैसा है और समय के साथ-साथ त्वचा बिगड़ती जाती है।' 'छपाक' में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने लक्ष्मीमा का किरदार अदा किया है।