महंगे हो सकते हैं सोना, चांदी और मोबाइल फोन
बढ़ सकती हैं जीएसटी की दरें
नई दिल्ली, अर्थव्यवस्था में गति लाने के लिए सरकार राजस्व में इजाफे के लिए गुड्स एंड स्सर्विस टैक्स (जी.एस.टी.) की दरों में बदलाव पार विचार कर रही है। जिससे सोना, चांदी व मोबाइल फोन आदि महंगे हो सकते हैं। सरकार ने जीएसटी की दरों पर समीक्षा के लिए कमेटी ऑफ ऑफिसर्स का याटन किया था। अब इस कमेटी ने अपनी कुछ सिफारिशें केन्द्र सरकार के सामने पेश की हैं। केन्द्र सरकार इन सिफारिशों पर विचार करके इन्हें जीएसटी परिषद के सामने रखेगी। इसके बाद जीएसटी काऊंसिल फैसला लेगी कि इन सिफारिशों को माना जाए या नहीं।
यह भी पता चला है कि कमेटी ऑफ ऑफिसर्स की सिफारिशों को अप्रैल 2020 से लाग किया जा सकता है। सरकार ने इस कमेटी का गठन अक्तूबर में किया था। जो वस्तएं 5 और 12 प्रतिशत टैक्स के दायरे में हैं उन्हें और ऊंचे स्लैब में लाया जा सकता है। इसके अलावा कीमती धातुओं जैसे सोना, चांदी पर जीएसटी की दर को 3 से बढ़ाकर 5 प्रतिशत किया जाए।
स्पैशल लग्जरी आइटम्स पर ऊंची दरों का सुझाव
कमेटी ऑफ ऑफिसर्स ने सुझाव दिया है कि शिक्षा और स्वास्थ्य को भी ऊंचे टैक्स स्लैब में शामिल किया जाना चाहिए। स्पैशल लग्जरी आइटम्स पर ऊंची दरें होनी चाहिए। अगर जीएसटी काऊंसिल कमेटी ऑफ ऑफिसर्स की सिफारिशों को मान लेती है तो आने वाले नए वित्त वर्ष में सोना, चांदी तो महंगा हो जाएगा, साथ ही एजुकेशन और हैल्थ सुविधाएं भी महंगी हो जाएंगी। नई सिफारिशों के लागहोने से मोबाइल फोन भीमहंगे हो जाएंगे। इसका सबसे ज्यादा असरखेती- किसानी पर पड़ेगा, क्योंकि कमेटी ने फर्टिलाइजर पर ड्यूटी बढ़ाने की बात कही है। इससे किसानों को मिलने वाली खाद महंगी हो जाएगी।