ब्लडकैंसर से बचाए हल्दी


ब्लडकैंसर से बचाए हल्दी अमेरिकी विज्ञानियों ने हाल ही में किए गए एक अध्ययन के बाद बताया है कि हल्दी के सेवन से ल्यूकेमिया (रक्त कैंसर) का खतरा कम हो जाता है। शिकागो स्थित लोयला यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं का कहना है कि एशियाई देशों में हल्दी के अत्यधिक सेवन की वजह से ही बच्चों में ल्यूकेमिया की बीमारी कम पाई जाती है।


शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि एशियाई देशों में खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल किए जाने वाले मसालों की वजह से भी कैंसर का खतरा कम हो जाता है। लंदन में ल्यूकेमिया से पीड़ित बच्चों पर आयोजित एक सम्मेलन में विज्ञानियों ने इससे संबंधित अध्ययन रिपोर्ट पेश की। हालांकि ब्रिटिश ल्यूकेमिया विशेषज्ञों का कहना है कि एशिया में इस बीमारी की कम दर के पीछे आनुवंशिक वजहें भी है। ब्रिटेन में हर साल 450 से 500 बच्चे इस रोग से पीड़ित होते हैं।


अध्ययनकर्ता प्रोफेसर मल्कों नागभूषण का कहना है कि हल्दी सिगरेट के धुएं के प्रभाव से भी बचाता है। यह ल्यूकेमिया से पीड़ित कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। उन्होंने कहा, वास्तव में हमें यह पता लगाना होगा कि एशियाई देशों में हल्दी के सेवन को वजह से ही कैंसर के सामले कम पाए जाते हैं या इसके लिए कोई और कारण जिम्मेदार हैं। ल्यूकेमिया रिसर्च फंड के प्रोफेसर केन कैंपबेल का कहना है कि हल्दी और इसमें पाया जाने वाला करसुमिन की वजह से इस रोग का खतरा कम हो जाता है। करसुमिन के कारण ही हल्दी का रंग पीला होता है। इसी तरह के एक अन्य अध्ययन में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के डॉक्टर मार्लिन कुआन ने पाया कि जन्म के बाद दो वर्ष तक बच्चों को भरपूर मात्रा में फल, जैसे संतरा और केला देने से ल्यूकेमिया का खतरा कम रहता है।


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