सुनामी से पहले मिल जाएगी चेतावनी


गुजरात के समुद्री किनारों पर चक्रवात व सुनामी आने से पहले लोगों को चेतावनी देने के लिए गुजरात सरकार अर्ली वॉर्निंग डिसिमिनेशन सिस्टम लगाएंगी। यह सिस्टम लगाने के लिए गुजरात स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथोरिटी को मंजूरी दी गई है।


गुजरात में सबसे लंबा करीब 1600 किलोमीटर का समुद्री किनारा है, चक्रवात व सुनामी आने की आशंकाएं बनी रही है। लोगों को ऐसी प्राकृतिक आपदा से बचाने तथा समय रहते उन्हें इससे सावधान करने के लिए सरकार समुद्री किनारों पर 45 करोड़ की लागत से अर्ली वॉर्निंग डिसिमिनेशन सिस्टम लगाएगी। गुजरात स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथोरिटी को इसकी मंजूरी दे दी गई है। सरकार यह सिस्टम लगने के बाद पांच साल तक इसके रखरखाव के लिए बजट में 20 करोड़ रुपये का भी प्रावधान करेगी। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का कहना है कि गुजरात में बड़ी संख्या में मछुआरा समुदाय जिनका जीवन समुद्र से मछली पकड़ने पर ही आधारित है। इन परिवारों के लोग कई-कई दिन तक समुद्र में जाते हैं इसलिए इस तरह के आधुनिक तकनीक से बने सिस्टम से उनको समय पर चक्रवात की सूचना मिलने से जान माल का खतरा कम रहेगा।