मोदी ने जहां बेची थी चाय, वह बनेगा पर्यटन स्थल


गुजरात के वडनगर में टी स्टाल जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले चाय बेचा करते थे, अब पर्यटन मंत्रालय ने इसे पर्यटक स्थल में बदलने का फैसला किया है। पीएम मोदी ने खुद को भारत की जनता से जोड़ने के लिए अपने अतीत का उल्लेख किया है। पीएम मोदी जब छोटे थे तो उस दौरान गुजरात के वडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे। राज्य सरकार ने अब उस स्टाल को चालू करने का निर्णय लिया है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार अपने भाषणों में कह चुके हैं कि उनका बचपन गरीबी में बीता और उन्होंने गुजरात के वडनगर रेलवे स्टेशन पर अपने पिता के साथ चाय बेचने का काम किया। अब वह टी स्टाल संरक्षित एक टूरिस्ट स्पॉट में बदला जाएगा। इस मामले में एक रिपोर्ट के अनुसार गुजरात सरकार ने उस टी स्टॉल को टूरिस्ट स्पॉट में बदलने का फैसला किया है जहाँ प्रधानमंत्री मोदी ने बचपन में काफी समय बिताया था। गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर को पहचान दिलाने के उद्देश्य से गुजरात सरकार ने साल 2017 में इस टी स्टॉल को पर्यटन केन्द्र बनाने का फैसला किया था। हालांकि सरकार उस टी स्टॉल के अंदरुनी और बाहरी हिस्से में बदलाव नहीं करेगी और उसे उसी हालात में रखेगी जैसा वह पहले के समय में था।


वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में तब की सत्ताधारी कांग्रेस के नेताओं ने भी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को चाय वाला संबोधित किया था। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने जब नरेंद्र मोदी पर चुटकी लेते हुए उन्हें चायवाला कहा तो शायद उन्हें इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि भारतीय जनता पार्टी मोदी के इस 'अपमान' को चुनाव 2014 के में सबसे बड़े डिजिटल कैंपेन में बदल दिया था। 2014 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काशी ने जिताकर संसद में भेजा और उन्हें प्रधानमंत्री बनाया। यह कम 2019 में जारी रहा और इसी तरह वह दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने। 2019 में मोदी सरकार ने कई बड़े ऐतिहासिक फैसले लेकर राजनीती व देश की दिशा बदल दी  है। आज पूरे देश की नजरें मोदी पर टिकी हैं, विरोधी और समर्थक सबकी दिलचस्पी मोदी में है। लोग तो यहाँ तक कहने लगे हैं कि मोदी हैं तो कुछ भी मुमकिन है।