अंधापन बढ़ाए धूम्रपान


(काजल पत्रिका) जामाआर्कइव के जर्नल आर्कइव्स ऑफ ऑपथालमोलॉजी में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार स्मोकिंग करने वालों को एज रिलेटेड माक्युलर डीजनरेशन एएमडी होने का खतरा स्मोकिंग न करने वालों की तुलना में काफी अधिक रहता है। एएमडी आंखों से संबंधित वह बीमारी है, जिसमें रेटिना का मध्य भाग प्रभावित होता है। इससे मरीज की आंखों की रोशनी जाने का खतरा भी बना रहता है। इसी रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि एएमडी के मरीज को हाइपरटेंशन जैसी दिल से संबंधी बीमारियां होने की आशंका भी बढ़ जाती है। ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने 49 वर्ष से अधिक आयु वाले तकरीबन 2454 व्यक्तियों पर शोध के जरिए यह निष्कर्ष निकाला है। शोध के दौरान इन लोगों से उनकी स्मोकिंग की आदत के साथ ही बीएमआई ब्लडप्रेशर भी चेक किया गया। इसके आधार पर वैज्ञानिकों ने स्मोकिंग और एएमडी के बीच संबंध होने का पता लगाया। इसके मुताबिक स्मोकिंग करने वालों को नॉन-स्मोकर की तुलना में एएमडी होने का अंदेशा चार गुना अधिक रहता है। जबकि स्मोकिंग छोड़ चुके लोगों में यह खतरा तीन प्रतिशत पाया गया।